सितोलिया खेल का इतिहास, नियम संक्षिप्त परिचय, टीम, खिलाड़ी, ताजा खबर, लक्ष्य, नियम, मैदान, ग्राउंड,गोली, फाउल, सर्विस, प्वाइंट, खिलाड़ी  गिनती, रणनीति, स्कोरिंग, बच्चों का खेल, कंचे का खेल, पिट्ठू, सात पत्थर, सात सितोलिया, गिट्टी फोड़, लिंगोचा, ईझू, बॉल, अंक, आय का स्रोत (Sitoliya Khel Rules, History in Hindi and brief Information in Hindi, latest news, history, rules, Sitoliya, ground, racket, players hide, table Counting, table, strategy, Pitthu, Seven Stones, Seven Sitolia, Gitti Phod, Lingocha, Ezhu,, child’s play, referee, Sitoliya Game, Referees, Source of Income)

सितोलिया, 90 के दशक के प्रमुख खेलों में से एक था जिसे आप गली मोहल्ले में बच्चों को खेलते हुए देखे होंगे इस खेल का चलन अभी भी ग्रामीण से होकर सर में भी पहुंचा ही था सीतलो बेहद ही रोमांचक खेल है दर्शन सितारों परंपरागत रूप से एक भारतीय देसी खेल है यह एक बहुत ही सरल खेल है जिसमें आपके पास 1 गेंद होना चाहिए साथ में सात पत्थर सात  पिट्ठू पर या अन्य किसी भी तरह से इसको एक के ऊपर एक रखा जाता है और दूर से ही बाल को मारकर गिराया जाता है जिसके बाद ऐसी तो लोग गिर जाते हैं और और दूसरी टीम बॉल को लाने लगती है और पिट्ठू को गिरे हुए को उठाकर फिर से सजा देती है जिस तरह से किसी पोलो गेम खेला जाता है आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम सीटू लोगेलिलो गेम खेल के इतिहास नियम तथा इसके बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे।

सितोलिया खेल क्या है (Sitoliya Khel kya hia)

सितोलिया एक ग्रामीण परिवेश से आया हुआ देसी खेल है एक ऐसा खेल है जिसका अनेक नामों से जाना जाता है जैसे की पिट्ठू, सात पत्थर, सात सितोलिया, गिट्टी फोड़, लिंगोचा, ईझू, डिकोरी और इससे राष्ट्रीय स्तर पर एक नाम दिया गया जो है लंगूरी इसका मतलब यह है कि जिस खेल को आप सभी आप कभी सिर्फ मनोरंजन के लिए खेला करते थे वह आपका भविष्य भी बन सकता है क्योंकि 2010 में सितोलिया के कुछ प्रतियोगिता राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित किया गया है जिसके अनुसार जो लोग खेल को अब भारतीय द्वार भारत सरकार द्वारा खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जाएगा राष्ट्रीय प्रतियोगिता की उपाधि मिलने में पत्थर की जगह पर लकड़ी के गोल गुटका घुटनों का उपयोग हो होगा इसे फोड़ने वाले को सीकर और पीछे खड़े होने पीछे खड़े लोगों को अकेला और टीम को इनाम दिया गया है मुख्यतः दो टीमों के बीच खेला जाता है जिसमें से एक लकड़ी के गड्ढे को एक के ऊपर एक रखे हुए कॉल से मार कर गिर आती है और दूसरी टीम उस बॉल को रोककर सच में कन्वर्ट करना और आउट करने की प्रयास करती है।

सितोलिया कैसे खेला जाता है (Sitoliya kaise khela jata hai)

सितोलिया खेल खेलने के लिए आपको दो टीमों की आवश्यकता होगी हर टीम में बराबर सदस्य होते हैं इस खेल को खेलने में आपको सिर्फ 1 गेंद की जरूरत होती है तथा 7 चक्के पत्थर की पत्थर या लकड़ी का पट्टी होना चाहिए उसके बाद सबसे पहले टीमों का चयन होता है और कस के द्वारा यह निर्णय लिया जाता है कि कौन सी टीम पहले बॉल मारेगी उसके बाद बॉल मारने से कुछ दूरी पर 7 चक्के पत्थर से बने टावर यानी सितारों को इस गेंद के माध्यम से मार कर गिराया जाता है और विरोधी टीम बाल को रोकने और कैच करने के बाद एक के बाद एक दूसरे प्लेयर को आउट करती है इसी दौरान अगर बॉल से सीटों पर लगती है और सीख लो इधर-उधर गिर जाती है उसके बाद मारे हुए 3 से उसी दोनों को एक के ऊपर एक रखा जाता है इसी दौरान विरोधी टीम आपको बोला कर अगर मारती है तो आप इस दौरान हार जाते हैं अगर ऐसा न करने पर आप एक पॉइंट बना लेते हैं इस खेल की सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें खिलाड़ियों का लिमिट नहीं है आप कितना हो भी खिलाड़ी एक टीम और दूसरी टीम में रख सकते हैं इस तरह से सीख तो लो गेम का बच्चे खेलना पसंद करते हैं।

सितोलिया खेल का इतिहास (Sitoliya Khel History in Hindi)

सितोलिया खेल काफी पुराने समय से खेला जाता है यह एक प्रारंभिक खेल है लड़की और लड़के दोनों द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में खेला जाता है पूरे भारत के स्वर क्षेत्र में पिछले 5 सहस्राब्दी से या खेल खेला जाता है भारत के दक्षिणी भागों में उत्पन्न हुआ यह खेल लागोरी देशभर में कई नामों से जाना जाता है यह पुराने समय में इस खेल को काफी लोकप्रियता मिलती थी और गली-गली बच्चे इस खेल को खेला करते थे और आज के समय में भी इस खेल को लोग खेलते हैं और बच्चे भी खेलते हैं लेकिन आधुनिक समय में इस खेल को मोबाइल गेम के द्वारा भी खेलना पसंद करते हैं।

अन्य महत्वपूर्ण के बारे मे पढ़े -:

सितोलिया खेल का नियम (Sitoliya Khel Rules in Hindi)

सितारों खेल के लिए भारत एक खेल विभाग की ओर से 2010 में इस खेल के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं जिसके अनुसार अब इस खेल को खेल खेला जाता है इस खेल की कुछ महत्वपूर्ण नियम जो निम्न दी गई है :

  • अब पठारों का नहीं बल्कि लकड़ी से बनी सितोलिया का उपयोग किया जाएगा.
  • खेल को खेलने के लिए सिर्फ दो ही टीम हिस्सा ले सकती है और उस टीम में खेलने वाले सदस्य भी बराबर होने चाहिए तभी इस खेल की सुचारू रूप से शुरुआत हो सकती है.
  • सितोलिया में यदि किसी गेंद आपकी बाउंड्री के बाहर चली जाती है तो आपका इसमें फाउल होगा यानि की आपको इसमें अपना एक पॉइंट गंवाना पड़ेगा.
  • सितोलिया तोड़ने के लिए आपको सिर्फ तीन मौके ही दिए जाएंगे.
  • खेल में जब भी एक टीम का सदस्य सितोलिया पर गेंद मार रहा है तो उस खिलाड़ी के ठीक विपरीत साइड दूसरी टीम का खिलाड़ी खड़ा होगा, जो गेंद को कैच कर सकता है. अगर वह खिलाड़ी एक हाथ में गेंद को कैच कर लेता है तो इससे वह खिलाड़ी खेल से बाहर हो जाता है.
  • सितोलिया पर गेंद मरने वाले खिलाड़ी और सितोलिया के बीच की दूरी 10.5 फीट तक होना ज़रुरी है.
  • जब आप किसी को आउट करने वाली टीम में खेल रहे होते है तो आपको उस समय गेंद को एक दूसरे को पास करना होता है और आप 50 सेकेंड से ज्यादा देर तक गेंद को अपने हाथ में नहीं रख सकते है. आपको जल्दी पास करना इस खेल का नियम है.
  • फील्डिंग टीम के खिलाड़ी सिर्फ पैरो के नीचे ही गेंद मारकर दूसरी टीम को आउट कर सकते है.
  • फील्डिंग टीम के खिलाड़ी अपने अनुसार सभी को सही पोजीशन देकर उनके स्थान पर दूरी दूरी से खड़े कर सकते है.
  • इस तरह से जो टीम बार बार सितोलिया बनाने में कामयाब रहती है उसके उतने पॉइंट बनते जाते है.
  • सबसे ज्यादा सितोलिया बनाने वाली टीम विजय होगी. हर बार सितोलिया जमाने पर टीम को 1 पॉइंट दिए जाएँगे.

सितोलिया खेल से जुड़े कुछ प्रश्न उत्तर (Sitoliya Khel FAQ)

Q. सितोलिया खेल का इतिहास क्या है
Ans. पूरे भारत के स्वर क्षेत्र में पिछले 5 सहस्राब्दी से या खेल खेला जाता है।

Q. सितोलिया खेल कैसे खेले ?
Ans. आपको दो टीमों की आवश्यकता होगी हर टीम में बराबर सदस्य होते हैं इस खेल को खेलने में आपको सिर्फ 1 गेंद की जरूरत होती है तथा 7 चक्के पत्थर की पत्थर या लकड़ी का पट्टी होना चाहिए उसके बाद सबसे पहले टीमों का चयन होता है।

Q. सितोलिया खेल में कितने टीम होते है
Ans. सितोलिया खेल में 2 टीम होते है।