बैडमिंटन खेल का इतिहास, नियम एवं फायदे, संक्षिप्त परिचय, टीम, खिलाड़ी, ताजा खबर, लक्ष्य, कोर्ट, इतिहास, नियम , मैदान, ग्राउंड, शटलकॉक, रैकेट, वर्ल्ड कप, प्लेयर्स, स्ट्राइकर, डिफेंडर्स, सर्विस के नियम, फाल्टस, रेड कार्ड, फाल्टस, रेफरी, आय का स्रोत ( Badminton History, Rules and Brief Information in Hindi, player, latest news, history, rules, Badminton court, Career, world cup, players, bonus point, ground, Badminton shuttlecock, Striker, Badminton racket, Red Card, Yellow Scoring rules of badminto, Fault in badminton, Referees, Source of Income)
बैडमिंटन खेल का इतिहास, नियम एवं स्वरूप: जैसा की आप लोगों को मालूम है कि आज के तारीख में बैडमिंटन भी एक खेल के रूप में तेजी के साथ विकसित हो रहा है | कई देशों में बैडमिंटन राष्ट्रीय खेलों के तौर पर खेला जाता है भारत में भी बैडमिंटन खेल में कई युवा अपना करियर बना रहे हैं ऐसे में बैडमिंटन का खेल क्या है और उसका इतिहास क्या है उसके बारे में कई लोगों को कोई भी जानकारी नहीं है इसलिए हम आपको इस आर्टिकल में बैडमिंटन खेल का इतिहास, नियम एवं स्वरूप क्या है उसके बारे में पूरी जानकारी आपको उपलब्ध करवाएंगे इसलिए आपसे निवेदन है कि आर्टिकल को पूरा पढ़े आइए जानते हैं-
बैडमिंटन खेल क्या है (Badminton sports kya hai)
बैडमिंटन रैकेट से खेले जाने वाला एक गेम है जिसे खेलने के लिए दो लोगों की जरूरत पड़ती है और इस प्रकार के खेल आपको आयताकार मैदान में खेले जाते हैं और दोनों तरफ नेट लगा हुआ रहता है जिसके बाद खेल की प्रक्रिया शुरू की जाती है इस खेल में प्रत्येक खिलाड़ी दूसरे खिलाड़ी की तरफ शॉट मारता है इस खेल में शटलकॉक का इस्तेमाल किया जाता है। कॉक में 16 पंख होते है जो करीब 70 मिलीमीटर लंबे और बराबर होते है। इसको आम भाषा में “चिड़ियां” भी कहा जाता है।
बैडमिंटन खेल का इतिहास (Badminton sports history)
बैडमिंटन खेल का इतिहास काफी पुराना नहीं है इस खेल को ब्रिटिश शासन के दौरान ब्रिटिश ऑफिसर खेला करते थे पहले इस खेल को शटल कॉक कहा जाता था | इस खेल पहले ऊन से बनी गेंद का उपयोग किया जाता था | पहले के समय इस गेम को 4 लोगों के द्वारा खेला जाता था लेकिन समय के साथ ही से 2 लोगों के द्वारा खेला जाने लगा 1934 के आसपास बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन की स्थापना की गई जिसके द्वारा इस खेल से संबंधित नियम बनाया गया है और यह उन नियमों का आज भी पावन किया जाता है इसका गठन किया गया था तो उस समय इसके संस्थापक देशों में आईलैंड फ्रांस इंग्लैंड स्कॉटलैंड देशों का नाम प्रमुख तौर पर और इसके अलावा 1936 में भारत भी इस संस्थान का मेंबर बना है क्योंकि इस समय भारत में ब्रिटिश सरकार की हुकूमत थी. बैडमिंटन का खेल एशिया यूरोप में काफी मशहूर है भारत चीन इंडोनेशिया मलेशिया दक्षिण कोरिया पाकिस्तान जैसे देश भी बैडमिंटन का खेल खेला करते हैं भारत में तो बैडमिंटन में कई ओलंपिक मेडल भी जीते हैं भारत के प्रमुख पेमेंट के खिलाड़ियों में साइना नेहवाल पीवी सिंधु श्रीकांत, पुलेला गोपीचंद भारत के प्रमुख खिलाड़ी है जिन्होंने विश्वस्तर पर अपनी पहचान बनाई है।
बैडमिंटन खेल का मैदान (Badminton game play ground)
जैसा की आप लोगों को मालूम है कि किसी भी खेल को खेलने के लिए मैदान का एक निश्चित आकार होता है उसी प्रकार अगर आप बैडमिंटन के खेल के मैदान के बारे में बात करें बैडमिंटन का मैदान समतल होना चाहिए | बैडमिंटन के मैदान में कुछ रंगीन लाइन भी खींची रहते हैं जिसके अनुसार खिलाड़ियों को बैडमिंटन का खेल खेलना होता है बैडमिंटन के मैदान को बैडमिंटन कोर्ट कहा जाता है | एक बैडमिंटन कोर्ट 44 फीट लंबा व 17 फीट चौड़ा होना आवश्यक होता है। हालाँकि यदि यह डबल में अर्थात चार व्यक्ति खेल रहे हैं तो इसकी चौड़ाई 17 फीट से बढ़कर 20 फीट हो जाती है।
बैडमिंटन में कितने खिलाड़ी होते हैं?(Badminton mein kitne khiladi hote hain)
बैडमिंटन का खेल दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच में खेला जाता है आमतौर पर बैडमिंटन का खेल दो व्यक्तियों के बीच में आपने खेलते हुए देखा होगा लेकिन कई बड़े बड़े टूर्नामेंट में युगल मिश्रित टूर्नामेंट आयोजित किए जाते हैं जिसमें 4 लोग सम्मिलित होते हैं |
बैडमिंटन खेल की प्रमुख प्रतियोगिताएँ (Badminton sports main tournament)
- ओलंपिक्स
- ऑल इंग्लैंड ओपन
- बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप
- बीडब्ल्यूएफ विश्व जूनियर चैंपियनशिप
- बीडब्ल्यूएफ सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप
- थॉमस कप / उबेर कप
- सुदीरमन कप
बैडमिंटन खेल के के नियम क्या है (Rules Of Badminton)
- इस खेल में सबसे पहले टॉस किया जाता है। टॉस जितने वाला यह तय करता है कि उसे पहले सर्विस करनी है या दूसरे कुछ
- खिलाड़ी अपने रैकेट की सहायता से कॉक को विरोधी खिलाड़ी की और धकेलता है तो इसे सर्विस कहा जाता है।
- जब कोई खिलाड़ी शटलकॉक को हिट नही कर पाता है तो विरोधी को पॉइंट मिलता है।
- खिलाड़ी सर्विस दाएं या बाएं कोने से कर सकता है। गेम में दोनों खिलाड़ी एक दूसरे से तिरछे खड़े रहते है।
- किसी खिलाड़ी के रैली हारने पर सर्विस करने का मौका विरोधी को मिलता है। रैली हारने का कारण फाल्ट होता है
- मैच में तीन बार गेम खेला जाता है। जो खिलाड़ी दो बार खेल जीतता है तो उसे विजेता घोषित किया जाता है। हर बार के गेम में खिलाड़ी अपनी साइड बदलता है।
- बैडमिंटन गेम कुल 21 पॉइंट का होता है। जो खिलाड़ी अधिक पॉइंट्स प्राप्त करता है वो विजेता होता है। अगर गेम 29 पॉइंट तक जाता है तो विजेता का फैसला गोल्डन पॉइंट से किया जाता है
बैडमिंटन खेल कैसे खेलते है ? (How to play Badminton)
बैडमिंटन का खेल खेलना काफी आसान है इसके लिए दो खिलाड़ी की जरूरत होती है इसके बाद खेल की प्रक्रिया शुरू की जाती है इस खेल में प्रत्येक खिलाड़ी दूसरे के खेमे में राकेट के माध्यम से शटलकॉक को मरता जिसके बाद दूसरी तरफ खड़ा खिलाड़ी है उसे बचाने की कोशिश करता है और फिर वह उसी तरीके से दोबारा से शटल कॉक को दूसरे खेमे मारता है अगर आप उससे शार्ट को बचाने में विफल हो गया है तो आपके सामने वाले टीम को 1 अंक दे दिया जाएगा इस तरीके से बैडमिंटन का खेल आसानी से खेला जाता है और इसे कोई भी व्यक्ति खेल सकता है आप लोगों ने देखा होगा कि गर्मी के दिनों में हम सभी लोग पार्क में बैडमिंटन का खेल खेलते हैं | जो खिलाड़ी सबसे अधिक अंक अर्जित करेगा उसे विजेता घोषित किया जाता है |
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- कबड्डी खेल के बारे में संक्षिप्त जानकारी
- फुटबॉल खेल के बारे में संक्षिप्त जानकारी
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- टेबल टेनिस खेल का इतिहास
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बैडमिंटन खेलने के उपकरण (badminton equipment)
रैकेट -: रैकेट एक ऐसा उपकरण है जो बहुत महत्वपूर्ण योगदान निभाता है बैडमिंटन के खेल में जितने भी खिलाड़ी दल में मौजूद होते हैं उन सभी के पास एक एक रैकेट होता है जिसके द्वारा शटल कॉक को एक जगह से दूसरी जगह पर आ जाता है और उसे अपने पाले में गिरने से बचाने के लिए भी रैकेट का इस्तेमाल होता है अगर कोई बचाने में यहां पर असफल हातोद विरोधी टीम को यहां पर 1 अंक दिया जाएगा इसे बनाने के लिए तार और लोहे का इस्तेमाल किया जाता है
शटलकॉक -: यह कॉक होता है जो रैकेट द्वारा मारा जाता है खिलाड़ी इसी को मारकर अपने विपक्षी दल के पाले में गिराते हैं और अंक प्राप्त करते हैं बैडमिंटन का खेल शटल कॉक के बिना खेल पाना मुश्किल है इसके अलावा हम लोग अपने मोहल्ले या घर में जब बैडमिंटन खेलते हैं तो वहां पर हम प्लास्टिक के कॉक का इस्तेमाल करते हैं आप लोगों ने भी इसका इस्तेमाल बैडमिंटन खेलते समय जरूर किया हो |
जूते -: इस खेल को खेलने के लिए जूतों का विशेष महत्व है क्योंकि यहां पर आपको एक जगह से दूसरी जगह भागना पड़ता है ऐसे में जूतों की पकड़ अच्छी होनी चाहिए इसलिए अच्छी क्वालिटी के जूते इस्तेमाल बैडमिंटन के खेल में खिलाड़ियों के द्वारा किया जाता है |
बैडमिंटन खेल से जुड़े कुछ प्रश्न उत्तर (Badminton Khel FAQ)
Q. बैडमिंटन के जनक कौन है?
Ans. बैडमिंटन के जनक कौन है? 1873 में ब्यूफोर्ट के ड्यूक ने इंग्लैंड में बैडमिंटन खेल की शुरुआत की इसलिए उन्हें बैडमिंटन का जनक कहा जाता
Q. भारत में बैडमिंटन की शुरुआत कब हुई?
Ans. बैडमिंटन का पहला बैडमिंटन क्लब 1877 में बनाया गया था और दस साल बाद भारत में बनाए गए अनौपचारिक नियमों को फिर से लिखा। बाथ बैडमिंटन क्लब के नियमों ने आधुनिक बैडमिंटन के लिए रूपरेखा तैयार की। बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंग्लैंड (BAE) की स्थापना के छह साल बाद 1899 में बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (BAI) की स्थापना हुई।
Q. बैडमिंटन का दूसरा नाम क्या है?
Ans. ब्रिटिश छावनी शहर पूना में यह खेल खासतौर पर लोकप्रिय रहा, इसीलिए इस खेल को पूनाई के नाम से भी जाना जाता है। सेवानिवृत्ति के बाद वापस लौटनेवाले अधिकारी इंग्लैंड ले गए, जहां इसे विकसित किया गया और नियम बनाये गए
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